VIVO V30 ने अपने नए स्मार्टफोन से मोबाइल फोटोग्राफी, खासकर रात में फोटो खींचने के अनुभव को बदलने की कोशिश की है। इसका सीक्रेट हथियार है ‘स्मार्ट ऑरा लाइट’।
यह कोई मामूली फ़्लैश नहीं है, बल्कि एक एडवांस लाइटिंग सिस्टम है जो रात में ली गई पोर्ट्रेट तस्वीरों को स्टूडियो जैसी क्वालिटी देने का दावा करता है। आइए समझते हैं कि यह तकनीक क्या है और कैसे काम करती है।
क्या है ये ‘स्मार्ट ऑरा लाइट’?
VIVO V30 में कैमरे के नीचे एक चौकोर आकार की लाइट दी गई है, जिसे कंपनी ‘ऑरा लाइट’ कहती है। यह पारंपरिक मोबाइल फ़्लैश से कई गुना बड़ी और सॉफ्ट है। आम तौर पर फ़ोन का फ़्लैश चेहरे पर तेज़ और सीधी रोशनी फेंकता है, जिससे तस्वीरें खराब और अननैचुरल लगती हैं।
वहीं, ऑरा लाइट एक नरम और फैली हुई रोशनी देती है, ठीक वैसे ही जैसे प्रोफेशनल फोटोग्राफर स्टूडियो में सॉफ्टबॉक्स का इस्तेमाल करते हैं।
- बड़ा साइज़, सॉफ्ट लाइट: सामान्य फ़्लैश के मुकाबले इसका आकार 19 गुना बड़ा है, जिससे रोशनी 50 गुना ज़्यादा सॉफ्ट हो जाती है।
- नेचुरल लुक: यह चेहरे पर पड़ने वाली कठोर परछाइयों को हटाकर स्किन टोन को नेचुरल दिखाती है।

Vivo V30 में कैसे काम करती है ये अनोखी तकनीक?
ऑरा लाइट सिर्फ एक लाइट नहीं है, बल्कि यह स्मार्ट तरीके से काम करती है। इसमें दो ख़ास टेक्नोलॉजी हैं जो इसे DSLR की तरह परिणाम देने में मदद करती हैं:
- दूरी के हिसाब से एडजस्टमेंट (Distance-Sensitive Lighting):
यह फीचर समझदारी से पता लगाता है कि सब्जेक्ट (जिसकी फोटो खींची जा रही है) कैमरे से कितनी दूर है।
- नज़दीक होने पर: अगर सब्जेक्ट पास है, तो ऑरा लाइट की रोशनी अपने आप नरम और संतुलित हो जाती है।
- दूर होने पर: अगर सब्जेक्ट दूर है, तो यह रोशनी को बढ़ा देती है ताकि तस्वीर में अंधेरा न रहे।
- माहौल के हिसाब से रंग बदलना (Smart Color Temperature Adjustment):
यह ऑरा लाइट की सबसे ख़ास बात है। यह आसपास की रोशनी के रंग (गर्म या ठंडा) को पहचानकर अपनी लाइट का कलर टेम्परेचर बदल लेती है।
- उदाहरण: अगर आप किसी ऐसी जगह पर हैं जहाँ पीली रोशनी (warm light) है, तो ऑरा लाइट भी हल्की पीली रोशनी देगी ताकि फोटो का पूरा माहौल एक जैसा और नेचुरल लगे।
फीचर | पारंपरिक फ़्लैश | VIVO V30 ऑरा लाइट |
---|---|---|
रोशनी का प्रकार | कठोर और सीधी | नरम और फैली हुई |
कलर एडजस्टमेंट | नहीं | हाँ (ऑटोमैटिक) |
दूरी का असर | हर दूरी पर एक जैसी | दूरी के हिसाब से बदलती है |
परिणाम | अननैचुरल, तेज़ चमक | नेचुरल, स्टूडियो जैसी |
क्या Vivo V30 में सच में DSLR जैसी तस्वीरें आती हैं?
“DSLR जैसा” का दावा सीधे तौर पर कैमरे की लेंस क्वालिटी की बराबरी का नहीं है, बल्कि उस लाइटिंग इफ़ेक्ट का है जो महंगे कैमरों और लाइट सेटअप से मिलता है। VIVO V30 की ऑरा लाइट कम रोशनी में चेहरे पर एक ऐसी संतुलित और नरम रोशनी देती है, जो आमतौर पर एक अच्छे DSLR और बाहरी फ़्लैश से ही संभव हो पाती है। यह तकनीक सब्जेक्ट को बैकग्राउंड से बेहतर तरीके से अलग करती है और डिटेल्स को बनाए रखती है, जिससे तस्वीरों में एक प्रोफेशनल टच आ जाता है।
निष्कर्ष
VIVO V30 की स्मार्ट ऑरा लाइट मोबाइल फोटोग्राफी में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का एक बेहतरीन मेल है जो रात की पोर्ट्रेट फोटोग्राफी की सबसे बड़ी समस्या – खराब लाइटिंग – को हल करता है। यह कहना कि यह पूरी तरह से DSLR की जगह ले सकता है, शायद जल्दबाज़ी होगी, लेकिन यह निश्चित रूप से उस दिशा में एक बड़ा और प्रभावी कदम है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और आम स्रोतों से ली गई है। कीमतें और फीचर्स समय के साथ बदल सकते हैं। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या डीलर से जानकारी जरूर जांच लें।