Maruti 800 सिर्फ एक कार नहीं, बल्कि एक इमोशन है। आज भी कई लोग इसे बेहतरीन तरीके से मेंटेन करके चला रहे हैं। पेट्रोल के बढ़ते दामों के बीच इसमें CNG किट लगवाना एक सस्ता जुगाड़ लगता है, लेकिन रुकिए! यह फैसला आपकी गाड़ी के इंजन को हमेशा के लिए बर्बाद कर सकता है। आइए जानते हैं इसके पीछे का कड़वा सच।
Maruti 800 CNG इंजन के लिए क्यों है एक ‘सूखा’ खतरा?
सबसे बड़ी समस्या CNG के स्वभाव में ही छिपी है। पेट्रोल, जलने के अलावा इंजन के कुछ हिस्सों, जैसे वाल्व सीट्स और पिस्टन रिंग्स को लुब्रिकेट (चिकनाई देना) करने का भी काम करता है। वहीं, CNG एक सूखी गैस (Dry Fuel) है। जब यह इंजन में जलती है, तो कोई लुब्रिकेशन नहीं मिलता, जिससे इन पार्ट्स में घिसाव बहुत तेज़ी से बढ़ता है।
Maruti 800 इंजन में ‘आग’ लगा देती है CNG की गर्मी!
CNG पेट्रोल की तुलना में कहीं ज़्यादा तापमान पर जलती है। मारुति 800 का F8B इंजन खास तौर पर पेट्रोल के लिए डिज़ाइन किया गया था और यह अतिरिक्त गर्मी झेलने के लिए नहीं बना है। लगातार हाई टेम्परेचर पर चलने से इंजन ओवरहीट हो सकता है, जिसका सीधा असर हेड गैस्केट पर पड़ता है और यह खराब हो सकता है। गंभीर मामलों में सिलेंडर हेड तक क्रैक हो सकता है।

सबसे बड़ी गलती: गलत किट और जुगाड़ वाली फिटिंग
इंजन के बर्बाद होने का सबसे बड़ा कारण सिर्फ CNG नहीं, बल्कि गलत CNG किट और किसी अनाड़ी मैकेनिक से की गई फिटिंग है। बाज़ार में सस्ते और लोकल किट भरे पड़े हैं, जो सुरक्षा और परफॉर्मेंस के मानकों पर खरे नहीं उतरते।
- खराब इंस्टॉलेशन: अगर फिटिंग सही तरीके से न की जाए, तो यह गैस लीक, वायरिंग में शॉर्ट सर्किट और इंजन तक गैस की गलत सप्लाई का कारण बन सकता है।
- पावर ड्रॉप: आफ्टरमार्केट CNG किट के बाद गाड़ी के पिकअप और पावर में भारी कमी महसूस होती है। AC चलाने पर या चढ़ाई पर गाड़ी का दम फूलने लगता है।
- इंजन की उम्र: इन सब कारणों से इंजन पर लगातार दबाव बनता है और उसकी लाइफ उम्मीद से बहुत पहले ही खत्म हो जाती है, जो इंजन सीज़ होने पर खत्म हो सकती है।
तो क्या CNG बिल्कुल न लगवाएं?
अगर आप फिर भी CNG लगवाने का मन बना चुके हैं, तो कुछ सावधानियां बरतकर आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं। हमेशा सरकार द्वारा अप्रूव्ड, ब्रांडेड और सिक्वेंशियल CNG किट ही लगवाएं। इसे किसी ऐसे मैकेनिक से फिट कराएं जिसे इसका गहरा अनुभव हो। साथ ही, समय-समय पर किट की सर्विसिंग और ट्यूनिंग करवाना बेहद ज़रूरी है।
निष्कर्ष
CNG पेट्रोल के खर्चे को तो कम कर देती है, लेकिन अगर गलत तरीके से लगवाई जाए तो यह इंजन रिपेयर में उससे कहीं ज़्यादा खर्च करवा सकती है। यह फैसला लेने से पहले पूरी जानकारी लेना ही समझदारी है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और आम स्रोतों से ली गई है। कीमतें और फीचर्स समय के साथ बदल सकते हैं। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या डीलर से जानकारी जरूर जांच लें।