Maruti Swift ने अपनी सबसे पॉपुलर हैचबैक, नई 2024 स्विफ्ट को बाज़ार में उतार दिया है। लेकिन इस बार कार में एक ऐसा बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है। आखिर मारुति ने अपनी सबसे भरोसेमंद कार का इंजन क्यों बदला? इस आर्टिकल में हम इसी फैसले के पीछे की असली वजह जानेंगे।
पहला बड़ा बदलाव: 4-सिलेंडर इंजन की विदाई
पुरानी स्विफ्ट अपने 1.2-लीटर K-सीरीज़ 4-सिलेंडर इंजन की वजह से जानी जाती थी, जो दमदार परफॉरमेंस और स्मूथ राइड देता था। लेकिन नई स्विफ्ट में कंपनी ने बिलकुल नया Z-सीरीज़ 1.2-लीटर 3-सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया है।
- पुराना इंजन: पावर और मज़ेदार ड्राइविंग के लिए मशहूर था।
- नया इंजन: इसका मुख्य फोकस परफॉरमेंस से ज़्यादा माइलेज और एफिशिएंसी पर है।
यह बदलाव पहली नज़र में थोड़ा अटपटा लग सकता है, लेकिन इसके पीछे मारुति की एक सोची-समझी रणनीति है।
फीचर | पुरानी स्विफ्ट (K12C इंजन) | नई स्विफ्ट (Z12E इंजन) |
---|---|---|
इंजन टाइप | 1.2L, 4-सिलेंडर | 1.2L, 3-सिलेंडर |
पावर | 89 bhp | 81.6 bhp |
टॉर्क | 113 Nm | 112 Nm |
माइलेज (ARAI) | 22.56 kmpl तक | 25.75 kmpl तक |
Maruti Swift माइलेज ही है असली खेल!
आज के समय में पेट्रोल की बढ़ती कीमतें एक आम भारतीय ग्राहक के लिए सबसे बड़ी चिंता हैं। मारुति इस बात को अच्छी तरह समझती है। नए 3-सिलेंडर इंजन का सबसे बड़ा फायदा इसका शानदार माइलेज है।
नई स्विफ्ट अब 25.75 kmpl (AMT वैरिएंट) तक का माइलेज देती है, जो इसे अपनी कैटेगरी की सबसे ज़्यादा माइलेज देने वाली कारों में से एक बनाता है। कंपनी का सीधा संदेश है: अब आपकी जेब पर बोझ कम पड़ेगा।

Maruti Swift ने सेफ्टी पर भी पहली बार इतना ध्यान
मारुति पर अक्सर सेफ्टी को नज़रअंदाज़ करने के आरोप लगते थे, लेकिन नई स्विफ्ट इस धारणा को बदलती है। कंपनी ने सेफ्टी को अपनी प्राथमिकता बनाया है, जो एक बहुत बड़ा कदम है।
- 6 एयरबैग्स: अब सभी वैरिएंट्स में स्टैंडर्ड दिए गए हैं।
- ESP (इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम): गाड़ी को फिसलने से बचाने में मदद करता है।
- हिल होल्ड असिस्ट: चढ़ाई पर गाड़ी को पीछे जाने से रोकता है।
VIVO V30 की ‘ऑरा लाइट’ क्या है और यह रात की तस्वीरों को DSLR जैसा कैसे बना देती है?
आखिर मारुति ने यह फैसला क्यों लिया?
इस बड़े बदलाव के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:
- ग्राहक की मांग: भारतीय ग्राहक अब परफॉरमेंस से ज़्यादा माइलेज और फीचर्स को महत्व दे रहा है।
- सख्त नियम: भविष्य में आने वाले कड़े प्रदूषण नियमों (Emission Norms) के लिए यह नया इंजन बेहतर रूप से तैयार है।
- बढ़ता मुकाबला: बाज़ार में मौजूद दूसरी गाड़ियों को टक्कर देने के लिए बेहतर माइलेज और आधुनिक सेफ्टी फीचर्स देना ज़रूरी हो गया था।
संक्षेप में, नई स्विफ्ट को बनाने के पीछे मारुति का मकसद एक ऐसी प्रैक्टिकल कार बनाना था जो आज के ग्राहक की हर ज़रूरत – माइलेज, सेफ्टी और फीचर्स – को पूरा करे, भले ही इसके लिए थोड़ी परफॉरमेंस से समझौता करना पड़े।
निष्कर्ष
मारुति का यह दांव दिखाता है कि कंपनी बाज़ार के बदलते ट्रेंड को कितनी गंभीरता से ले रही है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और आम स्रोतों से ली गई है। कीमतें और फीचर्स समय के साथ बदल सकते हैं। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या डीलर से जानकारी जरूर जांच लें।