Moto G85 vs Vivo V29: डिस्प्ले की असली लड़ाई! जानें क्या है सच
Motorola का नया G85 अपने शानदार pOLED डिस्प्ले के साथ बाजार में है, वहीं Vivo V29 अपनी 1.5K AMOLED स्क्रीन के लिए जाना जाता है। पर जब बात आंखों के आराम की हो, तो कौन बेहतर है? इस आर्टिकल में हम टेक्नोलॉजी की गहराई में जाकर पता लगाएंगे कि आपकी आंखों के लिए कौन सा फोन सबसे सुरक्षित है।
pOLED और AMOLED: नाम अलग, काम लगभग एक जैसा
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि pOLED (प्लास्टिक OLED) और AMOLED (एक्टिव-मैट्रिक्स OLED) दोनों एक ही टेक्नोलॉजी के रूप हैं।
- AMOLED: इसमें कांच (Glass) की पतली परत का इस्तेमाल होता है।
- pOLED: इसमें प्लास्टिक की लचीली परत होती है, जो फोन को हल्का और ज़्यादा टिकाऊ बनाती है।
आम यूज़र के लिए रंगों, कंट्रास्ट और व्यूइंग एंगल में इन दोनों के बीच कोई बड़ा फर्क महसूस करना लगभग नामुमकिन है। तो फिर असली अंतर कहाँ है?
असली खेल ‘PWM Dimming’ का, जानिए क्या है ये?
आंखों के आराम के लिए सबसे ज़रूरी फीचर ‘PWM Dimming’ (पल्स विड्थ मॉड्यूलेशन) है। आसान भाषा में समझें तो, फोन की ब्राइटनेस कम करने के लिए डिस्प्ले बहुत तेज़ी से ऑन-ऑफ होता है।
- अगर यह स्पीड (फ्रीक्वेंसी) कम होती है, तो हमारी आंखों को यह झिलमिलाहट (Flickering) महसूस हो सकती है, जिससे सिरदर्द और आंखों पर तनाव होता है।
- अगर यह स्पीड बहुत ज़्यादा होती है, तो झिलमिलाहट खत्म हो जाती है और आंखों को आराम मिलता है।

Vivo V29 यहाँ कैसे बाजी मारता है?
यहीं पर Vivo V29 एक स्पष्ट विजेता बनकर उभरता है। Vivo ने अपने इस फोन में आँखों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
- हाई-फ्रीक्वेंसी PWM Dimming: Vivo V29 में 2160Hz की PWM Dimming मिलती है, जो इंडस्ट्री में सबसे बेहतरीन में से एक है।
- SGS सर्टिफिकेशन: इसे SGS Low Blue Light सर्टिफिकेशन भी मिला है, जो हानिकारक नीली किरणों को कम करता है।
इसका सीधा मतलब है कि कम रोशनी या रात में फोन इस्तेमाल करने पर Vivo V29 आपकी आंखों पर बहुत कम तनाव डालता है।
Motorola G85 में क्या है खास?
Motorola G85 का pOLED डिस्प्ले रंगों और स्मूथनेस (120Hz रिफ्रेश रेट) के मामले में शानदार है। यह वीडियो देखने और गेमिंग के लिए एक बेहतरीन स्क्रीन है। हालांकि, जब PWM Dimming की बात आती है, तो यह आमतौर पर स्टैंडर्ड रेट के साथ आता है जो Vivo V29 के मुकाबले काफी कम है।
फीचर | Motorola G85 (अनुमानित) | Vivo V29 |
---|---|---|
डिस्प्ले टाइप | pOLED | AMOLED |
PWM Dimming | स्टैंडर्ड (कम) | 2160Hz (बहुत हाई) |
आँखों के लिए | अच्छा | बेहतरीन (खासकर कम रोशनी में) |
टिकाऊपन | ज़्यादा (प्लास्टिक सब्सट्रेट) | स्टैंडर्ड (ग्लास सब्सट्रेट) |
निष्कर्ष
तो, सीधी बात ये है कि दोनों फोन की डिस्प्ले क्वालिटी टॉप-नॉच है। दिन की रोशनी में आपको कोई फर्क महसूस नहीं होगा। लेकिन अगर आपकी प्राथमिकता आंखों का आराम है, आप देर रात तक फोन इस्तेमाल करते हैं या आपकी आंखें स्क्रीन के प्रति संवेदनशील हैं, तो Vivo V29 अपनी हाई-फ्रीक्वेंसी PWM Dimming के साथ एक स्पष्ट रूप से बेहतर विकल्प है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और आम स्रोतों से ली गई है। कीमतें और फीचर्स समय के साथ बदल सकते हैं। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या डीलर से जानकारी जरूर जांच लें।