जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) द्वारा राष्ट्रीय जल जीवन मिशन (एनजेजेएम) के लिए चुने गए सेक्टर पार्टनर्स के साथ वेबिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में एनजेजेएम के अपर सचिव एवं मिशन निदेशक मुख्य वक्ता थे। राष्ट्रीय मिशन/राज्यों के साथ मिलकर काम करते हुए जेजेएम के कार्यान्वयन में सहयोग देने में सेक्टर पार्टनर्स की अहम भूमिका होने की उम्मीद की है।
वेबिनार में अपर सचिव और मिशन निदेशक ने कार्यक्रम के उद्देश्य और दर्शन के बारे में विस्तार से बताया। सेक्टर पार्टनर्स से मिशन के साथ जिम्मेदार और उत्तरदायी दृष्टिकोण से चुनौतियों को हल करने की भावना से काम करने का आग्रह किया गया। पार्टनर्स से जल स्रोतों की कमी, पानी की गुणवत्ता के मुद्दों में वृद्धि, गांव के बुनियादी ढांचे, संचालन और रखरखाव, संसाधन दक्षता की कमी, विभिन्न क्षेत्रों से पानी की मांग में प्रतिस्पर्धा आदि चुनौतियों का हल खोजने में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है।
सेक्टर पार्टनर्स से कार्यक्रम प्रबंधन, सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) रणनीतियों, सामुदायिक लामबंदी, क्षमता निर्माण, भागीदारी प्रशिक्षण कार्यक्रम, सफल मॉडलों की पहचान करने, सर्वोत्तम प्रथाओं को दस्तावेज के रूप में रिकॉर्ड करने, सोशल ऑडिट करने और कार्यशालाओं, सम्मेलनों आदि के आयोजन में मदद करने जैसे क्षेत्रों में राष्ट्रीय मिशन/राज्यों के साथ मिलकर काम करके जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। साथ ही, सेक्टर पार्टनर के प्रशिक्षित लोग इस क्षेत्र में मास्टर ट्रेनर के रूप में काम कर सकते हैं और ग्रामीण समुदाय के स्तर पर लोगों के साथ मिलकर काम कर सकते हैं।
सेक्टर पार्टनर्स ने 2024 तक अपनी वार्षिक और तिमाही योजना प्रस्तुत करने के लिए राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
इससे पहले, मिशन ने विभिन्न एजेंसियों/संगठनों से उनकी कार्यरूचि व्यक्त करने को कहा था। इनमें जल क्षेत्र में काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां, गैर सरकारी संगठन और ट्रस्ट आदि शामिल हैं। इसके जवाब में, विभिन्न संगठनों से कुल 330 आवेदन प्राप्त हुए, जिन्होंने सेक्टर पार्टनर बनने के लिए अपनी गहरी रुचि व्यक्त की और सार्थक योगदान देने के लिए मिशन के साथ हाथ मिलाया। ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने के अपने पिछले अनुभव और जलापूर्ति से संबंधित विषयों के आधार पर आवेदनों की जांच के बाद, मिशन के लिए 175 संगठनों को सेक्टर पार्टनर के रूप में चुना गया था।
15 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री द्वारा घोषित ‘जल जीवन मिशन‘ को 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण घर में नल द्वारा जल कनेक्शन प्रदान करने के लिए राज्यों के साथ साझेदारी के तहत कार्यान्वित किया जा रहा है। घोषणा के समय, लगभग 3.23 करोड़ ग्रामीण परिवारों (17 प्रतिशत) के पास नल के पानी के कनेक्शन थे। तब से, कोविड-19 महामारी के बावजूद, 4.17 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में नए नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। परिणामस्वरूप, देश में 7.41 करोड़ (38.6 प्रतिशत) से अधिक ग्रामीण परिवारों को उनके घरों में सुनिश्चित नल का पानी मिल रहा है।
प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास‘ के दृष्टिकोण को धरातल पर उतारने के लिए ‘जल जीवन मिशन‘ के तहत यह सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जा रहा है कि ‘कोई घर छूट न जाए‘ और इसके परिणामस्वरूप 61 जिलों, 732 ब्लॉकों और 89,248 गांवों में हर घर में सुनिश्चित जलापूर्ति मिलनी शुरू हो गई है।
जल जीवन मिशन का आदर्श वाक्य है “साझेदारी करना, जीवन बदलना”। सबको पानी उपलब्ध कराने के लिए, मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सुरक्षा प्राप्त करने के लिए विभिन्न संस्थानों/व्यक्तियों के साथ साझेदारी और काम करने का प्रयास करता है। मिशन का उद्देश्य स्थानीय ग्राम समुदाय को अपने संसाधनों के प्रबंधन, बुनियादी ढांचे के संचालन और रखरखाव में मजबूत करना है। साथ ही जल आपूर्ति के बुनियादी ढांचे के संरक्षक के रूप में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए भी ग्राम समुदाय को सशक्त किया जा रहा है।
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