केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने लोकसभा क्षेत्र उधमपुर-कठुआ-डोडा के लिए एमपी-एलएडी फंड से 2.5 करोड़ रुपये की कोविड संबंधित सामग्री के खरीद की समीक्षा की
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज अपने लोकसभा क्षेत्र ऊधमपुर-कठुआ-डोडा के लिए एमपी-एलएडी फंड से उनके द्वारा आवंटित किए गए 2.5 करोड़ रुपये से खरीदी जाने वाली कोविड संबंधित सामग्रियों की समीक्षा की।
अपने निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले सभी छह जिलों ऊधमपुर, कठुआ, डोडा, रियासी, रामबन एवं किश्तवाड़ के विकास आयुक्तों के साथ हुई एक व्यापक बैठक में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने इन जिलों के साथ-साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले सांबा जिले के दो ब्लॉकों में भी कोविड संबंधित सुविधाओं के लिए अधिप्राप्ति/खरीद की जाने वाली वस्तुओं और राशि के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में प्रत्येक जिला विकास आयुक्तों ने उन्हें विभिन्न मदों और राशि का विवरण प्रदान किया, जिसकी खरीद करने का अनुरोध उन्होंने जम्मू और कश्मीर चिकित्सा आपूर्ति निगम लिमिटेड (जेकेएमएससीएल) के कार्यालय को जिला विकास आयुक्त, कठुआ के संज्ञान में देते हुए भेजा है, जो इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए नोडल प्राधिकरण भी है।
बैठक में उपस्थित इन सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) ने अपनी इनपुट प्रदान की और डॉ. जितेंद्र सिंह ने उन्हें निर्देश दिया कि वे अपने द्वारा मांग की गई वस्तुओं को सूचीबद्ध करने में बहुत ही तत्पर और विवेकशील रहें, क्योंकि वर्तमान समय में चल रहे कोविड महामारी की अत्यावश्यकता को ध्यान में रखते हुए अधिप्राप्ति, खरीद और उपयोग की पूरी प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना होगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कठुआ के उपायुक्त, नोडल अथॉरिटी को निर्देश दिया कि वे सभी छह जिलों से कोविड प्रबंधन की स्थिति और उनके द्वारा आवंटित किए गए एमपी-एलएडी फंड के माध्यम से खरीद की स्थिति के बारे में रोजाना रिपोर्ट प्राप्त करें और यह रिपोर्ट उनके कार्यालय को भी सौंपें। उन्होंने प्रत्येक जिले के जिला विकास आयुक्तों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वे जेकेएमएससीएल कार्यालय के साथ खरीद की प्रक्रिया का पालन करें और किसी प्रकार की अड़चन आने पर तत्काल वापस रिपोर्ट करें।
डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा प्रदान की जा रही सांसद निधि की सहायता स्वीकार करते हुए, जिला विकास आयुक्तों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनमें से प्रत्येक ने पहले से ही खरीदी जाने वाली वस्तुओं की सूची सौंप दी है और वे इसका फॉलो अप भी करते रहेंगें। जिला विकास आयुक्तों ने यह भी कहा कि वे सांसद निधि द्वारा आवंटित की जाने वाली राशि को सार्वजनिक करेंगे जिसकी मांग वो खरीद के लिए कर रहे हैं और इस संदर्भ में रामबन, डोडा व ऊधमपुर के उपायुक्तों ने बताया कि उन्होंने इस बारे में जानकारी अपने-अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करना शुरू कर दिया है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि खरीदी जाने वाली वस्तुओं की सूची संबंधित अधिकारियों को सौंपदी गई है और कठुआ स्थित नोडल एजेंसी ने उसके लिए अपनी सहमति भी प्रदान कर दी है, अब किसी के लिए भी यह कहने की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए कि कोविड संबंधित सामग्री के लिए एमपी फंड आवंटित किया गया लेकिन इस पर आगे कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अब यह जिम्मेदारी केंद्र शासित प्रदेश सरकार के खरीद प्राधिकारियों की है कि वे खरीदी गई सामग्री को जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं और उनका कार्यालय भी लगातार इसका फॉलो अप कर रहा है।
मंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में पंचायत स्तर पर अधिकांश कोविड केयर केन्द्र स्थापित किए जा चुके हैं, वैसे ही समय पर संचालित हो चुके है, जो कि एक सकारात्मक विकास है और इस बात पर बल दिया कि प्रत्येक स्तर के प्रतिनिधियों को जनता के प्रति मिलनसार होना चाहिए, जिससे संदेश को प्रत्येक स्तर पर सभी कोने में प्रसारित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह राहत की बात है कि इस क्षेत्र में कोविड मामलों की सकारात्मकता दर के साथ-साथ में मृत्यु दर में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।
बैठक के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह को सूचित किया गया कि एमपी फंड से कोविड-19 संबंधित सामग्रियों की खरीद के लिए 2.1 करोड़ रुपये के ऑर्डर पहले ही दिए जा चुके हैं और बिना किसी देरी के सामग्रियों की डिलीवरी पूरी कर ली जाएगी। मंत्री ने डीसी और सीएमओ को जोर देकर कहा कि वे बिना किसी देरी के शेष खरीद प्रक्रिया को पूरी करें जिससे जनता को कोविड-19 संबंधित सामग्रियों के अभाव में कोई परेशानी न हो।
बैठक में ऊधमपुर कठुआ, डोडा, रियासी, रामबन एवं किश्तवाड़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के अलावा डीसी ऊधमपुर, इंदू कंवल चिब, डीसी कठुआ, राहुल यादव, डीसी डोडा, विकास शर्मा, डीसी रियासी, चरनदीप सिंह, डीसी रामबन, मुसरत-उल-इस्लाम एवं डीसी किश्तवाड़, अशोक शर्मा भी उपस्थित थे।
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