केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 135 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले देश भारत में टीकाकरण अभियान सहजता से आगे बढ़ रहा है
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष मंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि भारत में टीकाकरण अभियान अपने अनुपात के हिसाब से बेजोड़ है और 135 करोड़ से ज्यादा आबादी और भिन्न विशेषताओं वाला देश होने के बावजूद, भारत में टीकाकरण अभियान सहजता से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा किअकेले जम्मू-कश्मीर में 45 वर्ष से ज्यादा उम्र की लगभग 66% आबादी वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त कर चुकी है।
संसद/राज्यसभा टीवी को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत 100 मिलियन वैक्सीन की खुराक प्रदान करने में सबसे आगे रहा है और 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरूआत करने में भी सबसे आगे रहा है। उन्होंने कहा कि मुद्दों का राजनीतिकरण करने के बजाय, भारत के टीकाकरण अभियान को जन-आंदोलन में तब्दील करने के लिए हम सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि लोगों में वैक्सीन लगाने को लेकर शुरुआती हिचकिचाहट या आशंकाएं भी अब दूर हो चुकी है। आज देश के प्रत्येक हिस्से में सभी पात्र आयु वर्ग के लोग वैक्सीन लगवाने के लिए बड़ी संख्या में निकल रहे हैं। उन्होंने कहा कि महामारी की दूसरी लहर ने सभी पात्र व्यक्तियों के लिए वैक्सीन लगाने की आवश्यकता को और प्रबल बना दिया है।
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में, पूरे जम्मू और कश्मीर में, विशेष रूप से जम्मू जिले में सकारात्मकता दर और मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई। यह प्रशासन के लिए एक चिंता का विषय बन गया और इसने समाज में आशंका भी उत्पन्न हुई। हालांकि, उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह से इन मापदंडों और सकारात्मकता दर में गिरावट देखी जा रही है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 17 मई के आसपास मृत्यु दर अपने चरम पर थी, लेकिन अब इसमें निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि खुशी की एक बात यह भी है कि केंद्र शासित प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 66% व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त हो चुकी है।
पूर्वोत्तर के हॉट स्पॉट में तब्दील होने की खबरों का उल्लेख करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस बात में कोई शक नहीं है कि हाल के दिनों में, पूर्वोत्तर राज्यों में, जो पहली लहर में अप्रभावित रहे थे, कोविड के सकारात्मक मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। लेकिन यहां पर स्थिति को संतोषजनक रूप से संभालने की क्षमता और जनसामान्य में जबरदस्त विश्वासके साथ-साथ तैयारी और ढांचागत संरचाना मौजूद है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने इस महामारी को ध्यान में रखते हुए डोनर मंत्रालय द्वारा उठाए गए अनेक पहलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि डोनर मंत्रालय अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, असम और त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर राज्यों के राजकीय अस्पतालों और स्वास्थ्य संबंधित अन्य बुनियादी संरचना की मदद कर रहा है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने जापान और यूएनडीपी के समर्थन का भी उल्लेख किया जो पूर्वोत्तर क्षेत्रों के विभिन्न इलाकों में आठ ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए आगे बढ़कर सामने आए हैं। इस बीच, उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में 71 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है, जिनमें सबसे ज्यादा संख्या असम में है।
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