कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में अग्रणी बनी हुई भारत सरकार को 27 अप्रैल, 2021 से विभिन्न देशों/संगठनों से अंतरराष्ट्रीय अनुदान और कोविड-19 राहत चिकित्सा सामग्री व उपकरण प्राप्त हो रहे हैं। एक सरल और व्यवस्थित तंत्र के माध्यम से, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय/विभागों ने आने वाली वैश्विक सहायता की राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को आपूर्ति के लिए “समग्र सरकार” के दृष्टिकोण के तहत निर्बाध रूप से सहयोग किया है।
27 अप्रैल, 2021 से 16 मई, 2021 तक कुल 11,321 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, 15,801 ऑक्सीजन सिलेंडर, 19 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, 7,470 वेंटिलेटर/ बीआई पीएपी, करीब 5.5 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन सड़क और हवाई माध्यम से वितरित/ रवाना किए जा चुके हैं।
15/16 मई, 2021 को आई सहायता में ऑस्ट्रेलिया, रोमानिया, यूएसए, कजाकस्तान, यूके, ईयू (जर्मनी, पुर्तगाल, स्लोवेनिया), कतर, कुवैत, आईसीबीएफ (कतर), ब्रिटिश ऑक्सीजन कंपनी (यूके), मेडिकल ऐड (यूके) से बड़े पैमाने पर मिली राहत सामग्री शामिल हैं :
सामग्री |
मात्रा |
ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर |
263 |
वेंटिलेटर/बीआईपीएपी/सीपीएपी |
105 |
ऑक्सीजन सिलेंडर |
2,332 |
रेमडेसिविर |
30,753 |
कैसिरिविमैब/ इमडेविमैब |
20,000 |
राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों और संस्थानों तक इस राहत सामग्री का प्रभावशाली तरीके से शीघ्र आवंटन और वितरण एक नियमित प्रक्रिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नियमित रूप से इसकी व्यापक निगरानी कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के तौर पर मिलने वाले अनुदान, सहायता और दान के रूप में आने वाली कोविड राहत सामग्री की प्राप्ति और आवंटन के बेहतर प्रबंधन के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में एक समर्पित समन्वय प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। इस प्रकोष्ठ ने 26 अप्रैल, 2021 से काम करना शुरू किया था। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में 2 मई, 2021 को एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार कर उसे लागू कर दिया है।
चित्र 1. इनशेओन से ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और वेंटिलेटर लेकर लगभग 16.10 बजे एआई 1313 यहां पहुंची।