जीवन शैली

18 साल की आसिया को हुआ बुजुर्ग से प्यार

इस्लामाबाद, 30 जूनः कहते हैं प्यार की कोई उम्र नहीं होती, कोई सीमा देखी नहीं जाती। प्यार किसी तरह का बंधन भी नहीं मानता है। अधिकतर ये माना जाता है कि दो लोग अगर एक ही उम्र के हों तो प्यार की गाड़ी अच्छी चलती है, लेकिन ऐसा नहीं है। प्यार के लिए अगर सीमाएं तय कर दी जाएं तो फिर भला ये कैसा प्यार? कहते हैं कि प्यार अंधा होता है। इस कहावत को पाकिस्तान के एक जोड़े ने साबित कर दिखाया है। इन जोड़े की पूरी देश में चर्चा हो रही है।

पाकिस्तान में खूब हो रही चर्चा

 

 

यह प्रेमी जोड़ा 18 साल की खूबसूरत आसिया ने और थोड़े बुर्जुर्ग…हां थोड़े ही बुर्जुर्ग 61 साल के शमशाद का है। इन दोनों ने निकाह कर सभी लोगों को हैरान कर दिया है। लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि बला की खूबसूरत आसिया को एक 61 साल के आदमी से कैसे प्यार हो सकता है? पाकिस्तान के रावलपिंडी में हुई ये बेमेल कही जाने वाली शादी खूब सुर्खियां बटोर रही है। 61 साल के राना शमशाद से 18 साल की आसिया के किस्से लोग चाव से सुन रहे हैं।

तेजी से वायरल हो रहा वीडियो

 

 

पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल पाक न्यूज 707 ने इस दिलचस्प लवस्टोरी के बारे में एक इंटरव्यू पोस्ट किया है। इसके बाद से यह वीडियो खूब तेजी से वायरल हो रहा है। रावलपिंडी के रहने वाले राणा शमशाद ने 43 साल छोटी आशिया से शादी की है। यूट्यूब चैनल से बातचीत में शमशाद की 18 साल की पत्नी आसिया बताती हैं कि उन्हें अपने पति का मददगार स्वभाव पसंद आ गया। वे इलाके में गरीब लड़कियों की शादी कराते थे और उन्हें उनका ये काम बहुत अच्छा लगा। शमशाद की पत्नी का कुछ समय पहले निधन हो गया था जिसका उन्हें बेहद गम था। इस दौरान शमशाद से दो-चार मुलाकातों में ही वे उन्हें इतने अच्छे लगे कि आसिया ने उनके निकाह का फैसला कर लिया।

एक दूसरे से करते हैं बेपनाह प्यार

 

 

शमशाद फरमाते हैं कि वह इस बात के लिए अल्लाह का बहुत एहसान है मुझपर कि उन्हें 61 साल की उम्र में भी 18 साल की आसिया से शादी करने का मौका मिला। वह कहते हैं कि आसिया का नेचर बहुत अच्छा है। आसिया ही नहीं उसके परिवार वाले उनकी बहुत इज्जत करते हैं। सभी उनका ख्याल रखते हैं। इस बेमेल शादी की हो रही आलोचना पर शमशाद कहते हैं कि लोगों का काम तो यूं ही कमियां निकालने का रहता है। वह इन सबकी परवाह नहीं करते। अगर सब लोगों की बातों पर ध्यान दिया जाने लगे तो कोई जिंदा नहीं रह पाएगा। यह सब कुदरत की मर्जी है, अल्लाह की मेहरबानी है।

लोगों की बातों की परवाह नहीं

 

 

वहीं, आसिया ने भी इस बारे में कहा लोगों को कोई मुद्दा चाहिए होता है। लोग अभी भी उनकी आलोचना करते रहते हैं। लोग मुझसे कहते हैं कि तुमने उस बूढ़े में क्या देखा कि उससे शादी कर लिया। लेकिन मैं उन्हें क्या बताऊं, दिल की बात कैसे समझाऊं कि मुझे शमशाद कितने पसंद हैं, वे मुझे किस हद तक अच्छे लगते हैं। हालांकि मुझे उनसब की बातों की कोई परवाह नहीं होती। मैं ये सब झेलना सीख गयी हूं।

    Mohd Aman

    Editor in Chief Approved by Indian Government

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