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मृतकों का फाइल फोटो।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
दिल्ली में सुखेदव सिंह गोगामेड़ी की शोकसभा से हिमाचल लौट रहे जीजा-साला की सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं कार सवार तीन अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हादसा रविवार की रात करीब 11 बजे पानीपत लघु सचिवालय के सामने हुआ, जब कार डिवाइडर पर अनियंत्रित होकर पोल से जा टकराई।
मृतकों की पहचान कल्याण सिह (42) निवासी रजाना गांव, जिला सिरमौर हिमाचल और गुमान सिंह ठाकुर निवासी संगडा गांव के रूप में हुई। वहीं घायलों में संदीप तोमर, कुशल ठाकुर और स्वराज निवासी संगडा गांव के रूप में हुई।
घटनाक्रम के अनुसार, देवभूमि क्षेत्रीय संगठन सवर्ण मोर्चा हिमाचल प्रदेश के शिमला से जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह (42) साथियों संग नौ दिसंबर को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की शोकसभा में शामिल होने के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में गए थे।
वह रविवार को शोकसभा समाप्त होने के बाद कार में अपने जीजा गुमान सिंह ठाकुर, चचेरे भाई संदीप तोमर, रिश्तेदार कुशल ठाकुर, और स्वराज के साथ हिमाचल प्रदेश लौट रहे थे। इस दौरान पानीपत में लघु सचिवालय के पास कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में कल्याण सिंह और उनके जीजा गुमान सिंह की मौत हो गई।
वहीं हादसे में घायल सिरमौर जिला के संगडा गांव निवासी संदीप तोमर और कुशल ठाकुर को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया गया है। वहीं स्वराज को पीजीआई रोहतक रेफर गया किया है। तीनों की हालत गंभीर बनी हुई है। तीन में से दो आईसीयू में भर्ती हैं। विदित हो कि कल्याण सिंह शिमला में प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे।
इसके अलावा उनका पीजी का भी बिजनेस है। उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटी और एक बेटा है। वहीं उनके जीजा गुमान सिंह खेतीबाड़ी करते थे। हादसे के संबंध में शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन का कहना है कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि गाड़ी असंतुलित होने की वजह से हादसा हुआ है। पोस्टमार्टम कराकर दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
हत्यारोपियों का एनकाउंटर हो : रुमित सिंह
देवभूमि क्षेत्रीय संगठन सवर्ण मोर्चा हिमाचल प्रदेश के राष्ट्रीय अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि सुखेदव गोगामेड़ी क्षत्रिय समाज के शेर थे। जब-जब वे दहाड़े तो समाज को बल मिलता था। उनकी हत्या छल और धोखे से की गई है। सामने से उनको मारने की किसी में हिम्मत नहीं थी। उनकी मांग है कि गिरफ्तार तीनों हत्यारोपियों का एनकाउंटर हो। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक राजस्थान में भाजपा सरकार को शपथ नहीं लेने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी आनंद पाल तोमर, चतुर सिंह की हत्या की गई है।