[ad_1]

चीनी मिल (प्रतीकात्मक तस्वीर)।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सरकार ने गुरुवार को सभी चीनी मिलों और डिस्टिलरी को निर्देश दिया कि वे एथनॉल उत्पादन के लिए गन्ने के रस का इस्तेमाल नहीं करें ताकि घरेलू खपत के लिए चीनी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके और कीमतों को नियंत्रण में रखा जा सके।
हालांकि, खाद्य मंत्रालय ने सभी चीनी मिलों और डिस्टिलरी के प्रबंध निदेशकों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को लिखे एक पत्र में कहा कि बी-हैवी शीरे से तेल विपणन कंपनियों को इथेनॉल की आपूर्ति जारी रहेगी।
सरकार ने चीनी (नियंत्रण) ऑर्डर 1966 के खंड 4 और 5 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, सभी चीनी मिलों और डिस्टिलरी को यह निर्देश दिया है कि वे तत्काल प्रभाव से ईएसवाई (इथेनॉल आपूर्ति वर्ष) 2023-24 में इथेनॉल के लिए गन्ने के रस यानी चीनी सिरप का उपयोग न करें।
खाद्य मंत्रालय ने पत्र में कहा, “तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को बी-हैवी शीरे से प्राप्त मौजूदा प्रस्तावों के तहत एथनॉल की आपूर्ति जारी रहेगी।